DETAILED NOTES ON पारद शिवलिंग के फायदे

Detailed Notes on पारद शिवलिंग के फायदे

Detailed Notes on पारद शिवलिंग के फायदे

Blog Article

- व्यक्ति समस्त सुखों का भोग करता हुआ शिवलोक तक जाता है. शिवलिंग की महत्वपूर्ण बातें क्या हैं और क्या है इसकी स्थापना के नियम ?

मला समजलेला शिव तुमच्या मनातला ह्या मागील पोस्ट मध्ये मी शिवलिंग घरात पुजायचे असेल तर कोणते आणि कसे ह्याबद्दल लिहिले आहे.

It is taken into account that it contributes to prosperity, good toughness, and in addition viewed as that goddess Lakshmi resides at that place for generations to era. Also someone is relieved of Actual physical, spiritual, psychological Diseases. Siddh Parad Shivling is usually attained only through the blessings of renowned yogi, Expert, fantastic fortune, as a consequence of which anyone is ready to accomplish noble deeds and therefore attains Moksha.

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

स्फटिक शिवलिंग को स्थापित करने की विधि:

अच्छे अवसर हाथ से क्यों निकल जाते हैं?: एक आलसी शिष्य को उसके गुरु ने पारस पत्थर दिया और कहा कि दो दिन में जितना चाहे, उतना सोना बना लो, तुम्हारा जीवन सुधर जाएगा

पारद एक ऐसा शुद्ध पदार्थ माना गया है जो भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है। इसकी महिमा केवल शिवलिंग से ही नहीं बल्कि पारद के कई और अचूक प्रयोगों के द्वारा भी मानी गयी है।



पारद शिवलिंग से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।

साथ ही इसका आकार आपके अंगूठे के ऊपर वाले पोर से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।

शिवलिंग: ज्योतिषीय महत्व, स्थापना विधि एवं मंत्र

अंत में वह सब सुखो को भोग कर वह मोक्ष को प्राप्त करेगा

परादल बनविलेले हे शिवलिंग तेजोलिंग असे म्हणतात आणि बारा ज्योतिर्लिंगाचे समान धार्मिक महत्व आहे.

आमतौर पर हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की साकार get more info रूप की पूजा होती है, जिनके हाथ, पैर, चेहरा आदि होता है, लेकिन एकमात्र शिव ऐसे देव हैं जो साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजे जाते हैं.

Report this page